Tuesday, February 9, 2010

हकलाना शर्म की बात नहीं

निलुत्पल ने अपने हकलाने को स्वीकार किया है |और जब से निलुत्पल ने अपने दोस्तों से यह कहना शुरू किया है कि, मै हकलाता हूं और मै स्पीच थिरेपी ले रहा हूं तब से निलुत्पल काफी राहत महशुस कर रहा है |

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